अपेक्षाओं से घिरते जा रहे हम

कितनी बार ऐसा होता है की एक समय पे आप बिलकुल निश्चिंत रहते हैं की आपको क्या करना है , आने वाले समय में क्या क्या हो सकता है ऐसा नहीं होगा तो वैसा होगा पर कुछ न कुछ तो हो ही जायेगा ,और कुछ न कुछ होने के बड़े मोके है, जो आपको विश्वास…

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